जीपीएस (GPS) क्या है?
जीपीएस कैसे काम करता है?
ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम - यह उपग्रह आधारित अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा संचालित दिशानिर्देशन प्रणाली है जो अपने 30 उपग्रहों के नेटवर्क से बना हुआ है। ये उपग्रह छह अलग-अलग कक्षाओं में परिक्रमा करती है।
Photo source: geospatialworld.net
24 घंटों में ये उपग्रहें पृथ्वी का दो बार चक्कर लगती है। हर एक उपग्रह का वजन लगभग एक टन है। इसके सोलर पैनल के साथ इस उपग्रह की लंबाई लगभग पाँच मीटर है। इन उपग्रहों के कक्षीय पथ (Orbital paths) लगभग 60 डिग्री उत्तर और 60 डिग्री दक्षिण अक्षांश पर होता है जिसका मतलब यह है की इन उपग्रहों का सिग्नल पृथ्वी के किसी भी जगह से किसी भी समय प्राप्त किया जा सकता है। यह पृथ्वी तल से 20,000 कि०मी० ऊपर अपनी कक्षा में स्थापित है। इनकी कक्षाओं को इस तरह व्यवस्थित किया गया है कि चाहे पृथ्वी के किसी भी हिस्से में आप रहें, 6 उपग्रह हमेशा आपके ऊपर होती है। जीपीएस सिस्टम को उपयोग के लिए अमेरिकी सरकार के रक्षा विभाग द्वारा विकसित किया गया था। 1995 से इसे सभी लोगों के उपयोग के लिए उपलब्ध किया गया। आज जो जीपीएस सिस्टम (GPS System) का उपयोग किया जाता है इनके उपग्रहों का रख-रखाव और प्रबंधन अमेरिका का रक्षा विभाग करता है।
जीपीएस (GPS) बहुत से जटिल तकनीक का इस्तेमाल करता है परंतु इसका सिद्धांत सरल है। इसमें एक जीपीएस रिसीवर प्रत्येक जीपीएस उपग्रह से सिग्नल प्राप्त करता है। उपग्रहों द्वारा भेजा गया रेडियो सिग्नल सटीक समय पर होता है। उपग्रहों द्वारा भेजे गए सिग्नल के समय और जीपीएस रिसीवर द्वारा प्राप्त किए गए सिग्नल के समय को घटा कर जीपीएस यह बता सकता है कि वह प्रत्येक उपग्रहों से कितनी दूरी पर है।
जीपीएस रेसीवर आसमान में स्थित उपग्रहों का सटीक स्थिति का पता लगा सकता है। इस तरह तीन उपग्रहों के जीपीएस सिग्नल (GPS Signal) के पहुँचने के समय तथा आसमान में उनके सटीक स्थिति के आधार पर जीपीएस रिसीवर पृथ्वी पर आप के सही स्थान का पता लगा सकता है। तीन उपग्रहों के सिग्नलों के आकलन के उपरांत प्राप्त स्थिति उतनी सटीक नहीं होती है। परंतु यदि जीपीएस रिसीवर 4 उपग्रहों के सिग्नलों का आकलन करता है तो यह आपकी तीन आयामी स्थिति बता सकता है जो बहुत ही सटीक होता है।
जीपीएस रेसीवर आसमान में स्थित उपग्रहों का सटीक स्थिति का पता लगा सकता है। इस तरह तीन उपग्रहों के जीपीएस सिग्नल (GPS Signal) के पहुँचने के समय तथा आसमान में उनके सटीक स्थिति के आधार पर जीपीएस रिसीवर पृथ्वी पर आप के सही स्थान का पता लगा सकता है। तीन उपग्रहों के सिग्नलों के आकलन के उपरांत प्राप्त स्थिति उतनी सटीक नहीं होती है। परंतु यदि जीपीएस रिसीवर 4 उपग्रहों के सिग्नलों का आकलन करता है तो यह आपकी तीन आयामी स्थिति बता सकता है जो बहुत ही सटीक होता है।
किन-किन देशों के पास जीपीएस सिस्टम है?
वर्तमान में निम्नलिखित देशों के पास जीपीएस सिस्टम है:-
अमेरिका - Global Positioning System (GPS)
सोवियत संघ - GLONASS
चीन - BeiDou Navigation Satellite System
यूरोपियन यूनियन - Galileo
भारत - GPS Aided GEO Augmented Navigation (GAGAN) विकसित कि जा रही है।
इसके अलावा फ्रांस और जापान के द्वारा भी Regional Navigation सिस्टम विकसित कि जा रही है।