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शिशु के लिए माँ के स्तन का दूध बढ़ने के घरेलू उपाय

एक माँ का अपने बच्चे को स्तनपान (Breast feeding) कराना संसार का सबसे बड़ा सुख होता है। माँ के स्तन (stan) का पहला गाढ़ा दूध बच्चे के लिए अमृत के समान होता है। माँ के स्तन से निकालने वाला पहला गढ़ा दूध (milk) बच्चे को कई तरह के बीमारियों से लड़ने की शक्ति (Immunity power) देता है। परंतु यदि माता को पता चले कि उनके शरीर में बच्चे (child) के लिए पर्याप्त मात्रा में दूध (doodh) का निर्माण नहीं हो पा रहा है तो उनका चिंतित होना स्वाभाविक है। कई बार कुछ विशेष कारणों से माँ के स्तन में दूध (Breast milk of mother) की कमी हो जाती है जिससे उसके शिशु को पर्याप्त मात्रा में भोजन नहीं मिल पाता है। इससे शिशु के समुचित शारीरिक विकास में बाधा हो सकती है। जन्म के बाद एक घंटे तक नवजात शिशु (New born baby) में स्तनपान (stanpaan) करने की तीव्र इच्छा होती है। इसलिए जन्म के बाद जितनी जल्दी मां, बच्चे को दूध (bachche ka doodh) पिलाना शुरू कर दे, उतना अच्छा है। आमतौर पर जन्म के 45 मिनट के अन्दर स्वस्थ बच्चों को स्तनपान (stanpan) शुरू करवा देना चाहिए। पर एक माँ यह कैसे पता कर सकती है की उनके शरीर में द...

हाई बीपी (High BP) को कंट्रोल करने के घरेलू उपचार

हाई बीपी कंट्रोल करने के घरेलू उपाय क्या है? हाई बीपी (High Blood Pressure) या हाईपरटेंशन (Hypertension)को साइलेंट किलर माना जाता हाई। इसकी दवाइयाँ जीवन भर खानी पड़ती है। कुछ घरेलू उपचार (Home remedies) द्वारा भी बीपी को नॉर्मल रखा जा सकता है।  एक चम्मच आंवले का रस और इतना ही शहद मिला कर सुबह-शाम लें। बीपी नॉर्मल रहेगा।  बीपी बढ़ा हुआ हो, तो आधा गिलास गुनगुने पानी में काली मिर्च पाउडर एक चम्मच घोल कर दो-दो घंटे के अंतराल पर पीते रहें।  तरबूज के गिरी तथा खसखस अलग-अलग पीस कर बराबर मात्र में मिला लें। रोज सुबह एक चम्मच लें।  हाई बीपी को जल्दी कंट्रोल करने के लिए आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़ कर दो-दो घंटे पर लें।  पांच तुलसी के पत्ते तथा दो नीम की पत्तियों को पीस कर 20 ग्राम पानी में घोल कर खाली पेट सुबह पीएं। 15 दिनों में लाभ होने लगेगा।  प्रतिदिन एक पपीता खाली पेट चबा-चबा कर खाएं। बीपी नॉर्मल रहेगा। ब्राउन राइस लेना लाभदायक है।  सौंफ, जीरा, शक्कर तीनों बराबर मात्रा में लेकर पाउडर बना लें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोल कर सुबह-शा...

बालों में रूसी (Dandruff- डैंड्रफ) को दूर करने के आसान एवं घरेलू उपाय

रूसी (डैंड्रफ) की समस्या से कैसे छुटकारा पाएँ? बालों में रूसी की समस्या अधिकतर लोगों को होती है। रूसी (Dandruff) होने के कारण सिर में खुजली होना और बालों का झड़ना (Hair loss) भी शुरू हो जाता है। नीचे दिये गये उपायों को अपना कर रूसी से छुटकारा पाया जा सकता है। रात को बालों की जड़ों में सरसों तेल से मालिश करें। सुबह शिकाकाई को उबाल कर उस पानी से बल धोएँ।  बालों को साफ रखें, हफ्ते में दो बार शैंपू करें और अच्छे तेल से सिर की मालिश भी करनी चाहिए।  बालों की जड़ों में रोजाना ग्लिसरीन और गुलाब जल लगाएँ। इससे लाभ होगा। डैंड्रफ से बचने के लिए जैतून के तेल में अदरक के रस की कुछ बुँदे मिला कर इसे बालों की जड़ों में लगा कर एक घंटे के लिए छोड़ दें और फिर शैंपू से धो दें।  खूब पानी पिये, इससे भी यह समस्या दूर होती है।  हफ्ते में दो बार बालों में दही लगाएँ। इसे आधे घंटे के लिए लगाएं और फिर बालों को धो लें।  नींबू का रस और काली मिर्च पाउडर मिक्स कर बालों की जड़ों में लगाएं।  बालों में नीम तथा काले तिल का तेल मिक्स कर हफ्ते में तीन बार लगाएं।  खाने में हरी पत्...

अगर आपके घर में करी पत्ता का पौधा है तो अवश्य जानें क्या है इसके औषधीय गुण

करी पत्ता का इस्तेमाल हम अपने भोजन में करते हैं। परंतु हम में से बहुत ही कम लोग जानते हैं की इसे एक औषधि के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके औषधीय गुण हमे कई तरह के बीमारियों से बचाता है परंतु इसकी जानकारी हम में से बहुत से लोगों को पता नहीं है।  प्रस्तुत है करी पत्ता के गुण और इसके घरेलू नुस्खे। 1. डायबिटीज, मोटापन, कोलेस्ट्रॉल -   यदि आप डायबिटीज की बीमारी से ग्रसित हैं या मोटापा से परेशान है तो  प्रतिदिन सबेरे 10 पत्ते खाएं या पत्ते का 10-15 मि०ली० रस सेवन करें । 2. यकृत की बीमारियाँ - यकृत अर्थात लीवर से संबन्धित बीमारियों से ग्रसित है तो प्रतिदिन  दो बार करी पत्ता के जड़ का एक चम्मच रस सेवन करें। 3. दमा - नमक, मिर्ची, प्याज़ आदि मिलाकर करीपत्ते की चटनी बनाएं और भोजन के साथ खाएं, इससे दमा के मरीजों को लाभ होता है । 4. जलन, चोट - करी-पत्ते की लेई में घी मिला कर लगाएं । 5. कीड़े काटने पर - यदि आपको कोई कीड़ा काट ले और तेज दर्द और जलन महसूस हो तो   करी पत्ते का ताजा रस और नोंबू का रस बराबर मात्रा में मिला कर लगाएं । ...

गर्भधारण जाँच (Pregnancy Test) के घरेलू नुस्खे

आज बाजार में गर्भधारण जांच के लिए कई किट उपलब्ध है जिसके सहारे आप आसानी से गर्भधारण की जांच कर सकते हैं। परंतु यहाँ हम पुराने समय से चले आ रहे कुछ घरेलू नुस्खों के बारे बताना चाहते हैं जिसमें आप अपने किचन में मौजूद कुछ सामानों का प्रयोग कर ही गर्भधारण जांच कर सकते हैं।  घर में रखे सफ़ेद टूथपेस्ट से भी आप जान सकती हैं की आप प्रेगनेंट हैं या नहीं। एक कंटेनर या एक डिस्पोज़ेबल ग्लास में दो चम्मच टूथपेस्ट लें। इसमें इसी मात्रा में यूरिन सैंपल लें और टूथपेस्ट वाले कंटेनर में डाल दें, अगर टूथपेस्ट का रंग बदल कर नीला हो जाता है, तो समझें की टेस्ट पॉज़िटिव है। एक कंटेनर में कुछ ब्लीच पाउडर लें और उसमें यूरिन का सैंपल डालें। अगर ब्लीच पाउडर में बुलबुले बनने लगें, तो टेस्ट का परिणाम पॉज़िटिव माना जाता है और अगर ब्लीच आपके यूरिन को सोख ले तो इसका मतलब है की परणाम नेगेटिव है।  साबुन से भी आप प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकतीं हैं। इसके लिए आप एक साबुन का टुकड़ा लें और उसपर यूरिन सैंपल डालें। अगर साबुन के टुकड़े पर झाग बनने लगें या बुलबुले से दिखें, तो समझ जाएँ की आप गर्भवती हो सकती हैं। एक डिस्प...

घरेलू नुस्खे (Gharelu nuskhe) - Home Remedies in hindi

अक्सर कभी-कभी अचानक ही हमारे पेट में दर्द होने लगता है अथवा हमारा सिर दर्द होने लगता है और हमारे पास कोई दवाई भी नहीं होती है, ऐसे समय में पुराने समय से चली आ रही दादी मां के नुस्खों (Dadi ma ke nuskhe) को अपनाने से शरीर में होने वाली कई छोटी-छोटी समस्याओं और रोगों का हम घर बैठे ही हमारी रसोई के फल-फूल, साग-सब्जियों, मसलों और तेल से ही अपना इलाज कर सकते हैं। कई बार घर के छोटे बच्चे रात में किसी शारीरक समस्या के कारण रोने लगते हैं। हो सकता है उसका पेट दर्द कर रहा हो अथवा खेलते-खेलते चोट लग गई हो और उसका हाथ अथवा पैर दर्द कर रहा हो। ऐसे स्थिति में यदि घर पर कोई दवाई उपलब्ध नहीं होने पर सुबह होने का इंतिजार करने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं होता है। रात भर बच्चा वैसे ही रोता रहता है और हम पूरी रात परेशान रहते है। ऐसे स्थिति में कुछ घरेलु नुस्खों (Gharelu Nuskhen) का ज्ञान होना आवश्यक होता है। यहाँ ऐसे ही तमाम शारीरक समस्याओं और रोगों तथा उनके घरेलु उपचार (Gharelu Upchar) की सूची (List of Home Remedies in Hindi) तैयार करने की कोशिश की गई है ताकि डॉक्टरी ईलाज नहीं मिल पाने की स्थिति ...

गर्मी में लू लग जाए तो क्या करें- सरल घरेलू उपाय

गर्मी के मौसम में जैसे-जैसे तापमान बढ़ने लगता है वातावरण में गरम तेज हवा (hot wind) चलने लगती है। परंतु इस बढ़े तापमान में भी हमे अपने घरेलू एवं कार्यालय के कार्यों के लिए अक्सर बाहर जाना पड़ता है। बच्चों की स्कूल से छुट्टियाँ दोपहर में ही होती है तथा महिलाओं को भी दोपहर में ही अपने बच्चों को स्कूल से लेने जाना पड़ता है। जिससे हम सभों को लू लगने (Loo lagne) की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है। अगर गर्मी के मौसम में हम कुछ चीजों का ध्यान नहीं दे तो अवश्य ही गरम लू (hot wind) का शिकार हो जाएंगे।  कच्चा आम (Kachcha aam) गरमी में होनेवाली कई समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सक्षम है। यह डीहाइड्रेशन को दूर कर लू से बचाता है। इसमें अनेक पोषक तत्व होते हैं, जो पेट रोगों को दूर करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। यह फल अपच पर भी लाभ पहुंचाता है। कच्चे आम में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जिस कारण (Raw mango) इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है। इसके अलावा इसमें पेक्टिन भी काफी अधिक मात्रा में होता है, जो पथरी को बनने से रोकता है। इसमें विटामिन बी भी होता है, जो स्वस्थ रहने...

गेंहू के पौधे से कैसे पाएँ मोटापा से छुटकारा

मोटापा दूर करते हैं गेंहू के पौधे - घरेलू नुस्खे मोटापा दूर करने के लिए लोग क्या - क्या नहीं करते हैं। कुछ लोग व्यायाम करते हैं, तो कुछ लोग इसके लिए डायटिंग के हार्ड रूल अपनाते हैं।  लेकिन प्रकृति में मौजूद अनेक खाद्य पदार्थों से भी वजन को कम  किया जा सकता है। गेंहू के छोटे पौधे इस मामले में बहुत लाभकारी है। गेंहू के छोटे पौधों के पत्ते स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से फायदेमंद होते हैं। इसमें क्लोरोफिल एमिनो एसिड, खनिज लवण, विटामिन और विभिन्न प्रकार के एंजाइम होते हैं और डायट के लिए महत्वपूर्ण पोषक  तत्व होते हैं। यह मोटापा को घटाने का असरदार और सुरक्षित तरीका भी है। यह आपकी खुराक को कम करता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ता है। इससे वजन घटता है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल खून में मौजूद विषैले तत्वों को दूर करता है अर्थात खून को साफ करने का कार्य करता है। इससे एनर्जी में वृद्धि होती है,  जिससे काम अधिक करने की छमता भी बढ़ती है और कैलोरी बर्न होती है। इस पौधे में शुगर, कोलेस्ट्रॉल और फैटबहुत कम होते हैं। यह थायरॉयड ग्लैंड को भी स्टिम्युलेट  करने का कार्य करता ह...

ग्रीन टी क्या है, इसे बनाने की विधि, और इसके फायदे

ग्रीन टी के फायदे एवं नुकसान (Advantages and disadvantages of Green Tea in hindi) ग्रीन टी (Green Tea) के  सेवन से आपके शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है, पाचन शक्ति मजबूत होती है, स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है, आपकी त्वचा सुंदर एवं कोमल हो जाती है इसके साथ-साथ आपका वजन भी कम करता है। इसके अलावा इसका सेवन दिल के रोग तथा अनियमित रक्तचाप, किडनी के रोग , दांतों का सड़न आदि में भी फायदा पहुंचता है। परंतु यदि इसका सेवन अधिक मात्र में करने पर यह आपको हानि भी पहुंचा सकता है। वैसे तो ग्रीन टी में कम मात्र में कैफीन होता है परंतु इसके अत्यधिक सेवन से अनिन्द्र, चिड़चिड़ापन तथा शरीर में आइरन की कमी जैसी बीमारी हो सकती है। अतः दिन में केवल 2-3 कप ही ग्रीन टी पीना (Drink Green Tea) चाहिए। ग्रीन टी बनाने की विधि: (Method to make green tea in hindi) उबलते पानी में ग्रीन टी कभी ना डालें। इससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है। पहले पानी उबाल लें, फिर आंच से उतारकर उसमें ग्रीन टी की पत्तियां या टी बैग डालकर ढंक दें। दो मिनट बाद इसे छान लें या टी बैग (Tea bag) अलग करें। ग्रीन टी क...

जटामांसी है बहुत गुणकारी, जाने इसके घरेलू नुस्खे

जटामांसी (Jatamansi) जिसे 'बालछड़' भी कहा जाता है यह कश्मीर, भूटान, सिक्किम और कुमाऊं जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में अपने आप उगती है। जटामांसी ठण्डी जलवायु में उत्पन्न होती है। इसलिए यह हर जगह आसानी से नहीं मिलती। इसे जटामांसी इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इसकी जड़ में बाल जैसे तन्तु लगे होते हैं। 1 मस्तिष्क और नाड़ियों के रोगों के लिए ये राम बाण औषधि है। ये धीमे लेकिन प्रभावशाली ढंग से काम करती है। पागलपन , हिस्टीरिया, मिर्गी, नाडी का धीमी गति से चलना,,मन बेचैन होना, याददाश्त कम होना इन सारे रोगों की यही अचूक दवा है। 2 जटामांसी की जड़ को गुलाबजल में पीसकर चेहरे पर लेप की तरह लगायें। इससे कुछ दिनों में ही चेहरा खिल उठेगा। 3 इसके सेवन से बाल काले और लम्बे होते है। इसके काढ़े को रोजाना पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। 4 जटामांसी चबाने से मुंह की दुर्गन्ध नष्ट होती है। दांतों में दर्द हो तो जटामांसी के महीन पावडर से मंजन कीजिए। 5 मेंनोपॉज के समय ये सच्ची साथी की तरह काम करती है. इसका शरबत दिल को मजबूत बनाता है, और शरीर में कहीं भी जमे हुए कफ को बाहर निकालता है। ...

किडनी रोग, ब्रेस्ट कैंसर, श्वास रोग, दर्द एवं सूजन में लाभकारी है अजमोद

अजमोद के गुण प्राय अजवाइन की तरह होते हैं। परन्तु अजमोद का दाना अजवाइन से बड़ा होता है। अजमोद पोटैशियम, विटामिन ए, बी और सी,  फॉस्फोरस, मैंगनीज, कैल्शियम, आयरन, सोडियम, मैग्‍नीशियमऔर फाइबर से भरपूर होता है जिसके कई फायदे हैं। इसमें एपिजेनिन और लूटेओलिन जैसे तत्‍व भी पाये जाते हैं। गर्म तासीर का अजमोद श्वास, सूखी खांसी और आंतरिक शीत के लिए लाभकारी होता है।  दर्द और सूजन दूर करें (Dard aur sujan) अजमोद से बदन दर्द कुछ ही देर में छूमंतर हो जाता है। दर्द होने पर अजमोद को सरसों के तेल में उबालकर मालिश करनी चाहिए। या फिर अजमोद की जड़ का 3-5 ग्राम चूर्ण दिन में दो-तीन बार सेवन करना किसी भी तरह के दर्द और सूजन में लाभकारी होता है। श्वास रोगों में लाभकारी (shvas rog ka ilaj) मांसपेश‍ियों की शिथिलता के कारण उत्पन्न श्वसन नली की सूजन और श्वास रोगों में अजमोद लाभकारी होता हैं। श्वास रोगों को दूर करने के लिए इसकी 3-6 ग्राम की मात्रा में दिन में तीन बार प्रयोग करें। अगर आपको भोजन के बाद हिचकियां आती है तो अजमोद के 10-15 दाने मुंह में रखने से हिचकी बंद हो जाती है। या आप अ...

आँखों के आगे अंधेरा छा जाना (चक्कर आना) - घरेलू नुस्खे

आँखों के आगे अंधेरा छा जाना (चक्कर आना) - Gharelu Nuskhe कभी-कभी जब काफी देर बैठ कर अचानक उठने से आँखों के आगे अंधेरा छा जाता है या चीजें घूमती हुई नजर आती है। इसे ही चक्कर आना कहते हैं। या समस्या मस्तिष्क में रक्त की आपूर्ति कम होने के कारण होती है। इसे दूर करने के घरेलू उपाय ।  तुलसी: तुलसी के रस में चीनी या शहद मिला कर सेवन करने से चक्कर आना बंद हो जाता है। जूस: दोपहर के भोजन के 2 घंटे पह्ले और शाम के नाश्ते में फलों का सादा जूस पिये। जूस की जगह ताजे फल भी खा सकते है। धनिया: धनिया पाउडर और आंवले का पाउडर दस-दस ग्राम लेकर एक गिलास पानी में भिंगो कर रख दें। सुबह अच्छी तरह मिला कर पि लें। लौंग: आधा गिलास पानी में दो लौंग डाल कर उसे उबाल लें और फिर उस पानी को पि लें। नारियल का पानी: इसे रोज पीने से लाभ होता है। मुनक्का: 20 ग्राम मुनक्का घी में भून कर सेंधा नमक से खाने से चक्कर आना बंद हो जाता है।

काजू का सेवन आपके हृदय के लिए है लाभकारी, जाने काजू के फायदे

भारतीय समाज में जब भी सेहत की बात आती है, तो बड़े-बुजुर्ग काजू-बादाम (Cashew nut)  खाने की सलाह देते हैं और यह बात काफी हद तक सही भी है। काजू न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि कई रोगों से भी बचाता है। काजू का प्रयोग हमेशा से भारतीय किंचन में किया जाता रहा है। यह न सिर्फ भोजन के स्वाद को बढ़ाता है बल्कि इसे स्वास्थ्य (Health) के लिहाज से भी बेहतर माना जाता रहा है। इसमें ऐसे कई पोषक तत्व होते हैं, जो मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाते हैं और हृदय रोगों के खतरे को भी कम करते हैं, जिससे हृदय स्वस्थ (Healthy heart) रहता है।  ये हैं इसके फायदे  हृदय को रखता है स्वस्थ :- इसमें स्वास्थ्य के लिए अच्छे फैट क्री प्रचुर मात्रा होती है और कोलेस्ट्रॉल नगण्य होता है। इससे ब्लड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और ट्राइग्लिसराइड हदय को स्वस्थ बनाते हैं। कुछ लोग यह मानते हैं कि फैट कम लेने से शरीर स्वस्थ रहता है, जबकि यह सही नहीं है। हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हर प्रकार के पोषक तत्वों की जरूरत पड़ती है और फैट भी उनमें से एक है। लेकिन फैट स्वास्थ्यवर्धक स्रोतों से आना चाहिए। काजू भी फैट...

घरेलू स्क्रब जो गर्मी में सनटैन से आपकी त्वचा की रक्षा करे

सूर्य से निकलने वाली पैराबैंगनी विकिरण ( ultraviolet (UV) radiation ) त्वचा के लिए काफी नुकसानदेह होती है। इससे त्वचा में मेलनिन का स्तर बढ़ जाता है, जो सन टैन की मुख्य वजह है (cause of sun tan or sun burn)। शरीर का जो हिस्सा सूर्य की रोशनी (Our body parts which facing Sunlight) के संपर्क में आता है (चेहरा, हाथ व पैर आदि) उसके साथ अक्सर सन टैन की समस्या हो जाती है। गर्मी में चिलचिलाती धूप में सन टैन से त्वचा (to prevent our skin from sun tan) को बचाना जरूरी है।  सन टैन को दूर करने के लिए हमारे अपने घर में ही कई ऐसी चीजें उपलब्ध हैं, जो इसे आसानी से दूर कर सकती हैं। नींबू रस, बादाम तेल, शहद, खीरा और आलू में सन टैन को दूर करने का गुण है। इससे त्वचा में जान आ जाती है। यह त्वचा में मेलनिन की वृद्धि को रोकते हैं। रोम छिद्रों को साफ करते हुए त्वचा को चमकदार बनाते हैं। सबसे अच्छी बात है की इन तत्वों से कोई साइड इफेक्ट (side effect) नहीं होता। ये पूरी तरह से प्रकृतिक होते हैं। जानते हैं कुछ घरेलू नुस्खे (Gharelu Nuskhe), घरेलू स्क्रब (Home made scrub) के बारे जो गर्मी में आपकी त्वचा क...

केसर व कपूर के सेवन से नष्ट होते हैं कृमि (Benefits of Saffron in Hindi)

Benefits of Saffron in our disease in hindi. केसर (Saffron) सबसे महंगा मसाला माना जाता है। जहां एक तरफ यह मसाला अपने स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है, वहीं इसमें बहुत सारे अयुर्वेदित गुण विद्यमान है जिसका उपयोग घरेलू उपचार में भी किया जाता है। भारत में केसर का उत्पादन कश्मीर में होता है।  यहाँ प्रस्तुत हैं इससे संबन्धित कुछ घरेलू उपचार (Gharelu Nuskhe) । केसर व कपूर की एक-एक चुटकी में 2-4 बूंद दूध मिला कर पीसें और एक चम्मच दूध में मिला कर बच्चे को 2-3 दिन पिलाएँ। इससे कृमि (Worms) नष्ट होते हैं।  चन्दन को केसर के साथ घिस कर लेप माथे पर लगाने से सिर, आँखों और दिमाग को शीतलता मिलती हैं।  चन्दन और केसर को मिला कर सिर पर इसका लेप लगाने से सिर दर्द (Head ache) में राहत मिलती है।  केसर मिला दूध सुबह-शाम पिलाने से बच्चों को सर्दी और जुकाम से राहत मिलती है।  बच्चे की सर्दी समाप्त न हो, तो उसकी नाक, माथे, छाती और पीठ पर केसर, जायफल और लौंग के पेस्ट का लेप लगाने से फायदा होता है।  त्वचा के झुलसने पर केसर का लेप लगाएं, तुरंत लाभ होता है और नयी त्वचा...

सुंदर त्वचा के लिए लाभकारी नुस्खे - सौन्दर्य नुस्खे

गर्मी में सनटैन आम समस्या है। एक बार सनटैन हो जाने पर त्वचा की सामान्य रंगत को वापस लौटाना बेहद मुश्किल होता है। त्वचा का रंगत खराब होने पर आपका सौन्दर्य भी फीका पड़ जाता है। अतः जरूरी है की आप अपने त्वचा की चमक (Tvacha ki chamak) और रंगत को बनाए रखे। यहाँ प्रस्तुत है आपकी त्वचा की रंगत (Tvacha ki rangat) और चमक को लंबे समय तक बनाए रखने के कुछ  आसान घरेलू उपाय (Gharelu Nuskhe)। एक कच्चे आलू का छिलका उतार कर इसे पीस लें। इसे प्रभावित त्वचा पर लगा कर आधे घंटे तक सूखने दें। इसके बाद त्वचा को ताजे पानी से धो लें।  बेसन को पानी में मिलाएँ और सनटैन वाली त्वचा पर लेप की तरह लगाएं। 20 मिनट बाद इसे पानी से धो लें। इसमें नींबू का रस और दही भी मिला सकते हैं।  दही त्वचा को ठंडक देता है। यह लाली को कम करता है और त्वचा के छिद्रों को खोलता है। नहाने से पहले रोजाना त्वचा पर दही लगाएं।  एक कटोरी कच्चे दूध में थोड़ी मात्र में दही और नींबू का रस मिलाएँ। इसे त्वचा पर लगा कर सुखाने के लिए छोड़ दें फिर इसे पानी से धो दें। त्वचा चमकने लगेगी।  नींबू प्रकृतिक ब्लीच का काम क...

दूध के साथ आंवला चूर्ण लेने से दूर होता है कब्ज - Benefits of Gooseberry in Hindi

Benefits of Gooseberry in Hindi आँवला (Gooseberry) एक छोटे आकार और हरे रंग का फल (fruit) है। इसका स्वाद खट्टा (Sour) होता है। आयुर्वेद में इसके अत्यधिक स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। आँवला विटामिन 'सी' (Vitamin C) का सर्वोत्तम और प्राकृतिक स्रोत (Natural Source) है। इसमें विद्यमान विटामिन 'सी' नष्ट नहीं होता। यह भारी, रुखा, शीत, अम्ल रस प्रधान, लवण रस छोड़कर शेष पाँचों रस वाला, विपाक में मधुर, रक्तपित्त (blood gall) व प्रमेह (diabetes) को हरने वाला, अत्यधिक धातुवर्द्धक और रसायन है। यह 'विटामिन सी' का सर्वोत्तम भण्डार है। आँवला दाह, पाण्डु, रक्तपित्त, अरुचि, त्रिदोष, दमा, खाँसी, श्वास रोग, कब्ज, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है। वीर्य (Semen) को पुष्ट करके पौरुष बढ़ाता है, चर्बी घटाकर मोटापा दूर करता है। सिर के केशों को काले, लम्बे व घने रखता है। विटामिन सी ऐसा नाजुक तत्व होता है जो गर्मी के प्रभाव से नष्ट हो जाता है, लेकिन आँवले में विद्यमान विटामिन सी कभी नष्ट नहीं होता। आँवले के 100 ग्राम रस में 921 म...

फोड़ा एवं बालतोड़ ठीक करने के घरेलू नुस्खे

गर्मी के मौसम में पसीने और गंदगी के कारण त्वचा में मौजूद तेल ग्रंथि जाम हो जाती है। इससे उस स्थान पर फोड़े हो जाते हैं। शरीर के किसी भी अंग में यदि फोड़ा या फुंसी हो जाय तो हमें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा इससे बहुत तेज दर्द का भी अनुभव होता है।  कुछ आसान उपायों से इनसे छुटकारा पाया जा सकता है। 1. नीम का पेस्ट:   नीम के पत्ते को पीस कर इसका पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट को त्वचा के संक्रमित हिस्से पर लगाएं। चाहे तो नीम की पत्ती को उबाल कर भी इसका पेस्ट तैयार कर सकते हैं। पेस्ट को कुछ देर के बाद पानी से धो लें। 2. ब्रेड और दूध:   ब्रेड के एक टुकड़े को गरम दूध या पानी में डूबा लें। अब इस ब्रेड को संक्रमित त्वचा पर लगाएं। इससे जलन कम होगी और जल्द ही फोड़ा भी ठीक हो जाएगा। ऐसा दिन में दो बार करें।  3. टी ट्री ऑइल:   आप रुई को टी ट्री ऑइल में भिगो कर फोड़े पर लगाएं। ऐसा कुछ दिनों तक दिन में पांच-छह बार करें।  4. दूध और हल्दी:   गरम दूध के साथ हल्दी मिला कर पीने से फोड़ा ठीक हो जाता है। साथ ही हल्दी और अदरक का पेस्ट बना कर ...

अगर आपको भूख नहीं लगती है तो क्या करें

आज-कल हमारा लाइफ स्टाइल बहुत बदल गया है। ज़्यादातर लोग भाग-दौड़ की जिन्दगी जी रहे हैं। लोगों के पास अच्छी तरह बैठ कर भोजन करने का समय नहीं है। ज़्यादातर लोग तनाव में जी रहे है जिसका परिणाम यह है की कुछ लोगों को ठीक से भूख नहीं लगती है, जिसके कारण वे समय पर भोजन नहीं करते हैं। भूख की कमी (Bhukh ki Kami) के कारण संतुलित भोजन नहीं ग्रहण करने से कमजोरी आने लगती है।   भूख बढ़ाने के घरेलू उपाय  काला नमक चाटने से गैस दूर होती है और भूख बढ़ती है। यह पेट भी साफ करता है।  हरड़ का चूर्ण, सौंठ और गुड़ के साथ लेने से भी यह समस्या दूर होती है।  सेंधा नमक, हींग, अजवाइन और त्रिफला बराबर भाग में लेकर कूट पीस कर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण के बराबर पुराना गुड़ मिला कर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। रोज खाने के बाद एक या दो गोली पानी के साथ लें।  सेब का सेवन रोज करने से भूख बढ़ती है और खून भी साफ होता है।  हरड़ को नीम की निबोलियों के साथ लेने से भूख बढ़ती है और चर्म रोगों का भी नाश होता है। हरड़, गुड़ और सौंठ का चूर्ण बना कर उसे थोड़ी मात्रा में मट्ठे के साथ रोज सेवन करें।  सोंठ ...

गले में खराश को दूर करने के आसान घरेलू उपय

बदलते मौसम में गले में खराश (Gale me kharash) होना एक आम समस्या है। अधिक ठंडे पदार्थ खाने-पीने और बीमार व्यक्ति के संपर्क में रहने से गले की समस्या (Gale ki samasya) पैदा होती है। प्रस्तुत हैं कुछ आसान घरेलू उपाय, जिन्हें अपना कर इस समस्या से छुटकारा पाया हा सकता है। गुनगुने पानी में नमक मिला कर दिन में दो-तीन बार गरारे करें। गरारे करने के तुरंत बाद कुछ ठंडा न लें। गुनगुना पानी पीयेँ, जिससे गले को आराम मिलेगा।  आधा ग्राम कच्चा सुहागा मुंह में रखें और उसका रस चूसते रहें। दो-तीन घंटों में ही लाभ हो जाएगा।  रात को सोते समय सात काली मिर्च और उतनी ही मिश्री मुंह में रख कर धीरे-धीरे चूसते रहने से बैठा गला खुल जाता है।  सुबह-शाम चार-पाँच मुनक्का के दानों को खूब चबा कर खा लें, लेकिन ऊपर से पानी न पीयेँ। 10 दिनों तक लगातार ऐसा करने से बचाव होगा।  एक कप पानी में 4-5 काली मिर्च एवं तुलसी की कुछ पत्तियों को उबाल कर काढ़ा बना कर पी जाएं।  गुनगुने पानी में सिरका डाल कर गरारे करने से भी गले के रोग दूर हो जाते हैं।  पानी में पांच अंजीर को डाल कर उबाल लें और...