अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन क्या है? What is International Space Station (ISS)? (in hindi)
इस प्रोजेक्ट में NASA, Russia का Roscosmos State Corporation, European Space Agency, the Canadian Space Agency aur Japan Aerospace Exploration एजेंसियों काम कर रही है।
यह आज तक के इतिहास में सबसे जटिल अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग परियोजना है और अंतरिक्ष में मानव द्वारा बनाया गया सबसे बड़ी संरचना है। यह अंतरिक्ष में उड़ता हुआ उपग्रह, नई तकनीक, खगोलीय, पर्यावरण और भूगर्भीय शोध के लिए एक प्रयोगशाला है। अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया एक ऐसा स्टेशन है जहां से अंतरिक्ष के बारे गहराई से अध्ययन किया जा सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) को छोटे - छोटे टुकड़ों में अंतरिक्ष में ले जा कर इसके कक्ष (Orbit) में स्थापित किया गया। सबसे पहला मॉड्यूल, रूस का जरया मॉड्यूल सन 1998 में प्रक्षेपित किया गया था। दिनांक 2 नवम्बर, 2000 से लगातार अंतरिक्ष यात्री (Astronaut) इस स्टेशन में कार्य कर रहे है। यह एक बड़े फुटबाल मैदान के बराबर है जिसमे कई सोलर पैनल लगे हुए है तथा इसका वजन लगभग 391000 किलोग्राम है। पारंपरिक पाँच बेड रूम के बराबर रहने की जगह है तथा दो बाथरूम, जिम और एक बे खिड़की (ऐसी खिड़की जो दीवारों से आगे निकली होती है) इस अंतरिक्ष स्टेशन (space station) में है, जिसमे छह अंतरिक्ष यात्री छह महीने तक रह सकते हैं। सबसे पहले तीन सदस्य वाल दल अंतरिक्ष स्टेशन में गया था, परंतु कोलम्बिया शटल (Colombia shuttle) के दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद इसे घाटा कर दो सदस्यों वाला दल बनाया गया था। अंतरिक्ष स्टेशन में सन 2009 में छह सदस्यों वाला पूर्ण दल रह चुके है। अब तक इस अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (Antarrashtriya antrix station) में 13 लोग एक साथ रह चुके है। यह अब तक का अंतरिक्ष स्टेशन में सबसे अधिक लोगों की उपस्थिती का रिकॉर्ड है।
अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी (Earth) से लगभग 248 मील (400 किलोमीटर) की औसत ऊंचाई पर उड़ती है। यह लगभग 17,500 मील प्रति घंटे की रफ्तार से 90 मिनट में हमारी पृथ्वी का एक चक्कर लगती है। एक दिन में यह इतनी दूरी तय कर लेती है जितनी दूरी पृथ्वी से चंद्रमा (Moon) और फिर पृथ्वी वापस आने में होती है। अंधेरी रात में, अगर इसकी स्थिति का ज्ञान हो तो नंगी आँखों से भी आसमान में एक चलती चमकीले प्रकाश के रूप में इसे देखा जा सकता है। आप Satellite Tracker जो की N2YO.com द्वारा संचालित है से ISS की स्थिति का पता लगा सकते हैं।
इस प्रोजेक्ट में NASA, Russia का Roscosmos State Corporation, European Space Agency, the Canadian Space Agency aur Japan Aerospace Exploration एजेंसियों काम कर रही है।