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गेंहू के पौधे से कैसे पाएँ मोटापा से छुटकारा

मोटापा दूर करते हैं गेंहू के पौधे - घरेलू नुस्खे
मोटापा दूर करने के लिए लोग क्या - क्या नहीं करते हैं। कुछ लोग व्यायाम करते हैं, तो कुछ लोग इसके लिए डायटिंग के हार्ड रूल अपनाते हैं।  लेकिन प्रकृति में मौजूद अनेक खाद्य पदार्थों से भी वजन को कम  किया जा सकता है। गेंहू के छोटे पौधे इस मामले में बहुत लाभकारी है। गेंहू के छोटे पौधों के पत्ते स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से फायदेमंद होते हैं। इसमें क्लोरोफिल एमिनो एसिड, खनिज लवण, विटामिन और विभिन्न प्रकार के एंजाइम होते हैं और डायट के लिए महत्वपूर्ण पोषक  तत्व होते हैं। यह मोटापा को घटाने का असरदार और सुरक्षित तरीका भी है।
यह आपकी खुराक को कम करता है और मेटाबॉलिज्म को बढ़ता है। इससे वजन घटता है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल खून में मौजूद विषैले तत्वों को दूर करता है अर्थात खून को साफ करने का कार्य करता है। इससे एनर्जी में वृद्धि होती है,  जिससे काम अधिक करने की छमता भी बढ़ती है और कैलोरी बर्न होती है। इस पौधे में शुगर, कोलेस्ट्रॉल और फैटबहुत कम होते हैं। यह थायरॉयड ग्लैंड को भी स्टिम्युलेट  करने का कार्य करता है। अच्छी बात यह है कि इसे घर में भी आसानी से उगाया जा सकता है। इसका जूस बना कर इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके जूस को सुबह खाली पेट पीने से काफी तेजी से फायदा होता है। 
कैसे तैयार करें गेंहू के पौधे:

दस-बारह मिटटी के गमलों में अच्छी मिटटी भरकर , उसमे प्रतिदिन बरी-बरी से उत्तम गेहूँ दाने बो दीजिए और छाया में अथवा कमरे या बरामदे में रखकर, यदा-कदा थोड़ा-थोड़ा पानी डालते जाइए।  धुप न लगे तो अच्छा है ।  जिस मिटटी में गेहूँ बोया जाए उसमे रासायनिक खाद नहीं होना चाहिए। गमलों में गोबर की खाद डालनी चाहिए।  तीन-चार दिन बाद पौधा उग जायेंगे और दस-बारह दिन में सात-आठ इंच के हो जायेंगे।  तब उसमे से पहले दिन बोए हुए 30-40 पौधों को जड़ सहित उखाड़कर जड़ को काटकर फेंक दें और बचे हुए डंठल तथा पत्तियों को जिसे गेहूँ का जवारा  (wheat grass) भी कहते है।  धोकर साफ सिल पर थोड़ा पानी के साथ पीस लें, आधे गिलास के करीब रस छानकर तैयार कर लीजिए और रोगी को तत्काल व ताजा रस रोज सवेरे पिला दीजिए ।  इसी प्रकार शाम को भी ताजा तैयार कर पिलाइये । 
Lose your weight by wheat grass juice, Motapa dur karne ke upay 

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