कृत्रिम पेसमेकर क्या है?
What is Artificial Pacemaker in hindi.
What is Artificial Pacemaker in hindi.
कृत्रिम पेसमेकर हृदय को आवश्यक इलेक्ट्रिक पल्स देता है, जिससे नियमित रूप से हृदय की धड़कन चलती रहे। हमारे शरीर में कुछ एसी कोशिकाएँ होती है जो हमारे दृदय की धड़कनों को नियंत्रित करती है। इन्हीं कोशिकाओं को पेसमेकर कहते है। हृदय रोगियों में जब ये कोशिकाएँ ठीक से कम नहीं करती है तो हृदय को उचित धड़कन प्रदान करने के लिए कृत्रिम पेसमेकर का सहारा लिया जाता है। जैसे जैसे हमारा शरीर हरकत करता है, वैसे-वैसे हमारे हृदय की धड़कने भी बढ़ती जाती है ताकि शरीर के सभी हिस्सों को जल्द और समुचित मात्रा में रक्त मिल सके।
यदि हृदय की धड़कन आवश्यकतानुसार नहीं बढ़ पाती है, तो ऐसे समय मरीज को कृत्रिम पेसमेकर लगाने की जरूरत होती है। इसके दो मुख्य भाग होते है - बैटरी और तार। बैटरी ऊर्जा प्रदान करती है तो तार उस ऊर्जा को हृदय तक पहुँचने का कम करती है। कुछ पेसमेकर एक तार वाले होते है तो कुछ दो तार वाले होते हैं। इस पेसमेकर का इंप्लांटेशन बहुत ही आसान है। इसके लिए मरीज के कंधे और गरदन के बीच एक मामूली चीरा लगाया जाता है और पेसमेकर को शरीर के अंदर प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। सर्जरी के 24 घंटे के बाद ही मरीज अपना घर जा सकता है और दो सप्ताह के भीतर ही वह अपना दिनचर्या पुनः शुरू कर सकता है।
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