बरसात के मौसम में डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। अगर इसका समय से सही उपचार नही किया गया तो मौत भी हो सकता है। छोटे बच्चे इसके चपेट में जल्द आ जाते है। अतः आपके छोटे शिशु को डायरिया ना हो इसके लिए हमे क्या-क्या सावधानी रखनी चाहिए तथा यदि शिशु को डायरिया हो जाय तो क्या प्राथमिक उपचार करना चाहिए।
- व्यक्तिगत साफ सफाई, घर की सफाई, आहार की स्वच्छता का ध्यान रखें और डायरिया से बचाव के लिए हमेशा स्वच्छ पानी पिएं।
- माताएं 6 माह तक बच्चे को केवल स्तनपान ही करवाएं। कोई और खाद्य पदार्थ यहां तक कि पानी भी नहीं दें क्योंकि वह भी बच्चे में डायरिया का कारण बन सकता है।
- डायरिया (Dairia) होने पर भी मां स्तनपान नहीं रोके बल्कि बार-बार स्तनपान करवाएं।
- शरीर को दोबारा स्वस्थ बनाने के लिए 6 माह से बड़े बच्चे को ऊपरी आहार के साथ बार-बार स्तनपान करवाएं।
- बच्चे को डायरिया (Dairiya) होने पर तुरंत ओ.आर.एस. तथा अतिरिक्त तरल पदार्थ दें और जब तक डायरिया पूरी तरह ठीक न हो जाए तब तक जारी रखें।
- डायरिया (Dayriya) से पीड़ित बच्चे को 14 दिन तक जिंक दें, अगर दस्त रुक जाए तो भी यह देना बंद नहीं करें।
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