जरा सोचिये कि आपके शहर कि सभी कारें एक-दूसरे से और केन्द्रीय यातायात प्रणाली के साथ संवाद कर रही है और आपस में निर्णय ले रहे है कि अपने गन्तब्य स्थान तक पहुँचने में कौन सा मार्ग सबसे अच्छा होगा। यह सुनना जादुई लगता है परंतु एक शक्तिशाली इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) प्रणाली के दायरे में संभव है। इसी तरह स्मार्ट शहरों कि अवधारणा IoT प्रणाली के कार्यान्वयन पर निर्भर करता है जहां उपकरण आपस में संवाद कर सकेंगे एवं सहज और सार्थक तरीके से डेटा साझा कर सकेंगे। इस स्तर पर IoT प्रणाली को हर सेकेंड कम विलम्बता में बड़ी मात्रा में डेटा के संचरण (transmission) कि आवश्यकता होती है जिसे 5G नेटवर्क पूरा कर सकता है।
5G तकनीक क्या है?
5G वायर्लेस नेटवर्क न केवल तेज डेटा स्पीड, कम विलम्बता तथा अधिक कनेक्शन घनत्व का वादा करता है बल्कि इसका उपयोग स्मार्टफोन, स्मार्ट वॉच, इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरण, सेल्फ ड्राइविंग कार और अन्य छोटे-छोटे डिवाइस पर किया जा सकता है।
5G वायर्लेस नेटवर्क न केवल तेज डेटा स्पीड, कम विलम्बता तथा अधिक कनेक्शन घनत्व का वादा करता है बल्कि इसका उपयोग स्मार्टफोन, स्मार्ट वॉच, इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरण, सेल्फ ड्राइविंग कार और अन्य छोटे-छोटे डिवाइस पर किया जा सकता है।
5जी नेटवर्क उच्च फ्रिक्वेंसी का उपयोग करेगा जिससे पिछले पीढ़ी से तेज डेटा स्पीड तथा कम विलम्बता प्राप्त करेगा। अर्थात 5G नेटवर्क कि स्पीड अधिकतम लगभग 20Gbps तक की हो जाएगी तथा विलम्बता मात्र 1 मिलीसेकेंड रह जाएगा।
वर्तमान में 5G नेटवर्क कि सेवा कि शुरुआत विश्व के कुछ देशों, अमेरिका, ब्रिटेन, चीन आदि के चुनिंदे शहरों में हो चुका है। शुरुआती दौर में इन शहरों में 5G का स्पीड 4G LTE से अधिक है पर कुछ चुनिंदे स्मार्टफोन में अधिकतम स्पीड 5Gbps तक ही है। नेटवर्क विस्तार के साथ भविष्य में इसके स्पीड में बढ़ोत्तरी कि पूरी संभावना है।
पिछली पीढ़ी का नेटवर्क केवल मानव-केन्द्रित संचार के लिए कनेक्टिविटी प्रदान करता है लेकिन 5जी नेटवर्क मशीन-केन्द्रित संचार भी प्रदान करता है जो IoT के नये युग का आगाज कराता है। यह अत्यधिक विश्वसनीय कनेक्शन प्रदान करेगा जो स्वचालित वाहन, वर्चुवल रियालिटि, टेली मेडिसिन, रिमोट सर्जरी, स्मार्ट परिवाहन, स्मार्ट कृषि, घर एवं ईमारत का ऊर्जा प्रबंधन इत्यादि नये सेवाएँ सार्थक हो सकते हैं।
इस तकनीक के द्वारा हम घरेलू और औद्योगिक स्वचलन प्रणाली में जबरदस्त उछाल देख सकेंगे। यह हजारों नई उत्पाद, तकनीक तथा सेवाओं के आविष्कार को प्रोत्साहित करेगा जो उत्पादन को बढ़ाएगा तथा नए उद्योगों एवं रोजगार उत्पन करेगा।
भारत में कब तक शुरू हो पाएगा 5G नेटवर्क
भारत अभी-अभी देशव्यापी 4जी नेटवर्क का कार्यान्वयन कर पाया है अतः यह कहना अभी मुश्किल है कि 5जी कि शुरुआत कब तक हो पाएगा। 5जी नेटवर्क के कार्यान्वयन के लिए संबन्धित मंत्रालय कार्य कर रही है तथा अभी हम इसके कार्यान्वयन के शुरुआती दौर में ही हैं। भारत सरकार ने 5जी के व्यावसायिक शुरुआत के लिए स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ए जे पोलराज कि अध्यक्षता में हाई लेवल 5जी फॉरम का गठन किया था जिसने इस संबंध में रोड मैप तैयार कर सरकार को सौंप दिया है।
टेलीकॉम मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद के अनुसार भारत में 5जी स्पेक्ट्रम कि निलामी कि प्रक्रिया इस साल के अन्त तक या 2020 के शुरुआत में पूरा कर लिया जाएगा।
वर्तमान स्थिति से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि वर्ष 2020 में यदि 5जी का ट्राइल शुरू होता है तो इसकी व्यावसायिक शुरुआत 2022 तक हो पाएगा। इसके लिए आधारभूत संरचना का निर्माण करना पड़ेगा।