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इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) क्या है तथा कैसे संभव है?

इंटरनेट ऑफ थिंग्स IoT क्या है? एक ऐसा कम्प्यूटिंग अवधारणा है जहां लाखों इलेक्ट्रोनिक उपकरण न केवल हाई स्पीड इंटरनेट नेटवर्क की मदद से एक दूसरे से जुड़ पाएंगे बल्कि एक दूसरे से संवाद भी करेंगे तथा खुद-ब-खुद निर्णय लेने के योग्य भी हो जाएंगे। सभी उपकरण बिना स्क्रीन का एक छोटा कम्प्युटर होगा। ये सभी उपकरण स्वयम अपना संचालन करेंगे तथा दूसरे उपकरणों को भी निर्देश दे सकेंगे। यह कैसे काम करेगा तथा इंटरनेट ऑफ थिंग्स के क्या फायदे है, यह हमारे जीवन में क्या बदलाव लाएगा? यह जानने के लिए जरा सोचिए कि आपके घर में जो फ्रिज है वह अपने अंदर देख सकता है तथा यह पता लगा सकता है कि उसके अंदर क्या-क्या रखा है। वह साथ ही साथ यह गणना कर सकता है की कौन सा समान खत्म होने वाला है या खत्म हो गया है। इतना ही नहीं, गणना करने के उपरांत यह निर्णय ले सकता है की किस सामान कि जरूरत आगे पड़ेगी और फ्रिज स्वयम  ही उन सामानों का ऑर्डर किसी स्टोर को दे देता है। इसी तरह हमारे दैनिक जीवन के अन्य कार्य जैसे सिक्यूरिटी कैमरे की मदद से अपने आप गेट का खुल जाना, वाहनों का अपने-आप रास्तों में चलना, दूर-दराज के क्ष...

5G तकनीक क्या है तथा इसके क्या फायदे हैं? What is 5G Technology and its benefits in hindi

जरा सोचिये कि आपके शहर कि सभी कारें एक-दूसरे से और केन्द्रीय यातायात प्रणाली के साथ संवाद कर रही है और आपस में निर्णय ले रहे है कि अपने गन्तब्य स्थान तक पहुँचने में कौन सा मार्ग सबसे अच्छा होगा। यह सुनना जादुई लगता है परंतु एक शक्तिशाली इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) प्रणाली के दायरे में संभव है। इसी तरह स्मार्ट शहरों कि अवधारणा IoT प्रणाली के कार्यान्वयन पर निर्भर करता है जहां उपकरण आपस में संवाद कर सकेंगे एवं सहज और सार्थक तरीके से डेटा साझा कर सकेंगे। इस स्तर पर IoT  प्रणाली को हर सेकेंड कम विलम्बता में बड़ी मात्रा में डेटा के संचरण (transmission) कि आवश्यकता होती है जिसे 5G नेटवर्क पूरा कर सकता है।  5G तकनीक क्या है? 5G वायर्लेस नेटवर्क न केवल तेज डेटा स्पीड, कम विलम्बता तथा अधिक कनेक्शन घनत्व का वादा करता है बल्कि इसका उपयोग स्मार्टफोन, स्मार्ट वॉच, इंटरनेट ऑफ थिंग्स उपकरण, सेल्फ ड्राइविंग कार और अन्य छोटे-छोटे डिवाइस पर किया जा सकता है।  5जी नेटवर्क उच्च फ्रिक्वेंसी का उपयोग करेगा जिससे पिछले पीढ़ी से तेज डेटा स्पीड तथा कम विलम्बता प्राप्त करेगा। अर्थात 5G नेटवर्क...

ईमेल को हैकर्स से कैसे रखे सुरक्षित

ईमेल को हैकर्स से कैसे रखे सुरक्षित हैकर आपके ईमेल के पासवर्ड को तोड़ने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते है| कभी फेक ईमेल के साथ वायरस लिंक अटैच कर देते है| ईमेल को सुरक्षित रखने के लिए यहाँ कुछ तरीके बताये जा रहे है जिससे खतरे को कम किया जा सकता है| मेल को रखे व्यवस्थित हैकर्स से बचने के लिए इनबॉक्स में आये इमेल्स को अलग अलग फोल्डर्स में रखे और जो जरुरी डाटा हो उसे ईमेल से हटा दे, ऐसा करने से हैकर्स को डाटा पाने के लिए फोल्डर् कोखोजना पड़ेगा या फिर और मशक्कत करनी पड़ेगी| साथ में आर्काइव के विकल्प को उपयोग मे ला सकते है| ऐसा करके डैमेज को कंट्रोल किया जा सकता है| आर्काइव का उपयोग अधिकांश ईमेल सिस्टम में आर्काइव का विकल्प रहता है| इस विकल्प को रेगुलर शेड्यूल मोड पर रखने पर पुराने ईमेल अपने आप कुछ समय अन्तराल के बाद सर्वर से हटकर आर्काइव में चले जाते है जिसे आप अपने डेस्कटॉप या लैपटॉप पर दोबारा देख सकते है| मोबाईल द्वारा इसे देख पाना संभव नहीं है जिससे आर्काइव के ऐसे इमेल्स तक हैकर्स नहीं पहुच पाते है| हर लिंक को न करे क्लिक अगर किसी ईमेल में आपको ख़ास अटैचमेंट या लिंक दिखे ज...

इ-मेल में @ का क्या महत्व है?

इ-मेल में @ का क्या महत्व है? अँग्रेजी के एट या स्थान यानी लोकेशन का वह प्रतीक चिन्ह है। शुरू में इसका इस्तेमाल गणित में 'एट द रेट ऑफ' यानी दर के लिए होता था। इ-मेल में इसके इस्तेमाल ने इसके अर्थ का विस्तार कर दिया। इ-मेल में पते के दो हिस्से होते हैं। एक होता है लोकल पार्ट जो @ के पहले होता है। इसमें अमेरिकन स्टैण्डर्ड कोड फॉर इन्फोर्मेशन इंटरचेंज (ईएससीआईआई) के तहत परिभाषित अक्षर, संख्या या चिन्ह शामिल हैं। चिन्ह @ के बाद डोमेन का नाम लिखा जाता है। यानी इस चिन्ह के पहले व्यक्ति या संस्था का नाम बताने वाले संकेत और उसके बाद डोमेन नाम। कुछ लोगों को लगता है की इस पते को केवल लोअर केस में लिखा जा सकता है। जबकि इसे अपर और लोअर दोनों केस में लिख सकते हैं। Tag: email pate mey @ ka kya mahatva hai? 

पहला इ-मेल किसने और कब भेजा था?

पहला इ-मेल किसने और कब भेजा था? इ-मेल इलेक्ट्रोनिक मेल का संक्षिप्त रूप है। दुनिया का पहला इ-मेल सन 1971 में अमेरिका के कैम्ब्रिज नामक स्थान पर रेमोण्ड एस टॉमलिन्सन नामक इंजीनियर ने एक ही कमरे में रखे दो कम्प्युटरों के बीच भेजा था। कम्प्युटर नेटवर्क अर्पानेट से जुड़े थे। अर्पानेट एक मायने में इंटरनेट का पूर्वज है। यह संदेश को एक जगह से दूसरी जगह भेजने का प्रयोग था। इ-मेल को औपचारिक रूप लेने में कई साल लगे। अलबत्ता भारतीय मूल के अमेरिकी वीए शिवा अय्यदूरई ने 1978 में एक कम्प्युटर प्रोग्राम तैयार किया, जिसे 'ई-मेल' कहा गया। इसमें इनबॉक्स, आउटबॉक्स, फोल्डर्स, मेमो, अटैचमेंट्स ऑप्शन थे। सन 1982 में अमेरिका के कॉपीराइट कार्यालय ने उन्हें इस आशय का प्रमाणपत्र भी दिया। इस कॉपीराइट के बावजूद उन्हें इ-मेल का आविष्कारक नहीं कहा जा सकता।  Tag: Who sent the first email and when?

पीडीएफ फाइल को ऑनलाइन एडिट कैसे करें?

पीडीएफ को ऑनलाइन एडिट कैसे करें? अक्सर ज्यादातर वेबसाइट्स आपको रिपोर्ट्स और फॉर्म डाउन्लोड के रूप में पीडीएफ यानी पोर्टेबल डोक्यूमेंट फोरमेट में उपलब्ध कराती है। आधार कार्ड, वेकेन्सी फॉर्म आदि भी आपको इंटरनेट पर पीडीएफ के रूप में मिलते हैं। पीडीएफ का फायदा यह है की इसे किसी भी कम्प्युटर में फॉन्ट और स्टाइल अलग होने पर भी एकरूपता के साथ खोला जा सकता है यानी इसका फोरमेट हमेशा एक जैसा बना रहता है। वहीं पीडीएफ का नुकसान यह है की आप सीधे ही इसे वर्ड या दूसरे डोक्यूमेंट्स की तरह एडिट नहीं कर सकते। यदि आपको इसमें थोड़ा करेक्शन करना है, तो आपको सामान्य तरीके से ऐसा करने की सुविधा नहीं मिलती है। अब इंटरनेट पर ऐसे ऑनलाइन टूल्स भी उपलब्ध हैं, जो आसानी से किसी भी पीडीएफ फाइल को एडिट करने की सुविधा प्रदान करते हैं। आप एक बार ट्राई करके देखिए।  ऐसे करे पीडीएफ को एडिट इसके लिए सबसे पहले आप यह वेब पेज www.pdfescape.com ओपन करें जहां एडिट योर पीडीएफ नाउ का ऑप्शन मिलेगा। आप जैसे ही इस पर क्लिक करेंगे, तो यह आपसे उस पीडीएफ फाइल की लोकेशन पूछेगा, जिसे आप एडिट करना चाहते हैं। अब आप कम्प्य...

मुफ्त में जन्म कुंडली और कुंडली मिलान करें

मुफ्त में जन्म कुंडली और कुंडली मिलान करें भारतीय ज्योतिषशास्त्र में कुंडली का काफी महत्व है। ज्योतिषिक धारणा के अनुसार बच्चे का जन्म होने पर कुंडली बनवाया जाता है और विवाह के मौके पर वर-बधू का कुंडली मिलान कराया जाता है। कुंडली बनवाने के लिए पहले जहां ज्योतिषाचर्या हस्तलिखित पद्धति उपयोग में लाते थे, वहीं अब यह कम कम्प्युटर जनित एप्लिकेशन के साथ किया जा सकता है। जहां ज्यादातर ऑनलाइन सॉफ्टवेयर शुल्क ले कर कुंडली निर्माण की सेवाएं देते हैं। वहीं कुछ ऐसे ऑनलाइन टूल्स भी हैं, जिनकी मदद से आप यह काम मुफ्त में कर सकते हैं। एस्ट्रोसेज ने ऐसा ही एक टूल बनाया है, जिसमें आप सम्पूर्ण कुंडली एक क्लिक पर तैयार कर सकते हैं और उसका प्रिंट भी ले सकते हैं।  ऐसे बनाएं ऑनलाइन कुंडली इसके लिए सबसे पहले आप वेबपेज http://hindikundli.com खोलें। यहाँ आप सबसे पहले यह चुनिए की आपको जन्म कुंडली बनानी है या कुंडली मिलान करना है। इसके बाद नाम, जन्म तारीख जन्म का समय और जन्म स्थल भरें और कुंडली तैयार करने के लिंक पर क्लिक करें। यहाँ आप अपनी जरूरत के अनुसार संक्षिप्त या विस्तृत कुंडली, चालित तालिका एव...

जीमेल में अनचाहे सेंडर को पूरी तरह ब्लॉक कैसे करें?

जीमेल में अनचाहे सेंडर को पूरी तरह ब्लॉक कैसे करें? गूगल ने अपनी ई-मेल सर्विस जीमेल के लिए नए फीचर कि शुरुआत कि है, जिसकी मदद से किसी भी अनचाहे ई-मेल को बिना स्पैम में डाले सेंडर को ब्लॉक किया जा सकेगा। इसके बाद वह आपको कोई ईमेल नही भेज पाएगा। इसके अलावा जीमेल ने एण्ड्रोयड एप्प के लिए भी एक खास फीचर शुरू किया है। यह नया फीचर फेसबुक और टिवीटर के ब्लॉक फीचर जैसा ही है। पहले किसी भी अनचाहे ईमेल को स्पैम मार्क करना होता था। पर अब इस नये फीचर के जरिए सेंडर को पारमानेंट ब्लॉक किया जा सकेगा। अगर आपको किसी अनचाहे मेल को ब्लॉक करना है तो आप उस मेल को खोलकर सबसे ऊपर बने मेन्यू को क्लिक करके सेंडर को ब्लॉक कर सकते हैं। इसके बाद सेंडर के मेल खुद से आपके स्पैम फोंल्डर में चले जाएंगे। हालांकि इस फीचर से उस सेंडर के पहले के भेजे हुए मेल स्पैम में नहीं जाएंगे बल्कि आगे के आने वाले सभी मेल स्पाईम में स्वतः ही चले जाएंगे। Tag: How to block unwanted senders in gmail? Gmail me anchahe mail ko kaise block karen?

सभी सोशल अकाउंटस के लिए एक डैशबोर्ड

सभी सोशल अकाउंटस के लिए एक डैशबोर्ड क्या आप फेसबुक, टिवीटर, लिंक्डइन, गूगल प्लस, इंस्टाग्राम आदि सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर हैं, और इतने अकाउंट एक साथ मैनेज करने में परेशान है? क्या आप एक साथ सभी सोशल नेटवर्क्स को अपडेट नहीं कर पाते है? यदि आपका जबाब 'हाँ' में है, तो आपको एक ऐसे प्लेटफॉर्म की जरूरत है, जो एक ही जगह पर सभी सोशल अकाउंटस को ले आये और एक ही लॉगइन से वे सभी अकाउंटस ओपन हो जाये। यहाँ तक की एक ही जगह पर की गयी पोस्ट मनचाहे अकाउंट तक भी पहुँच जाये। आपकी इस परेशानी को दूर करने के लिए अब इंटरनेट पर ऐसे फ्री वेबटूल मौजूद हैं, जो कई अकाउंटस को एक साथ चुटकियों में हैंडल करने की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। यही नहीं, इनकी मदद से आप अपने सोशल नेटवर्किंग अकाउंटस के स्टेटिस्टिक्स के बारे में पूरी रिपोर्ट भी हासिल कर सकते है।  यदि आप अपने बिजनेस के लिए सोशल नेटवर्किंग का इस्तेमाल करते हैं, तो ये वेबटूल आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं। हूटस्वीट इस मामले में आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए सबसे पहले आप hootsuite.com में फ्री अकाउंट के लिए साइनअप करें। रजिस्ट्र...

ब्लू डाइनासोर क्या है?

ब्लू डाइनासोर क्या है? What is blue dinosaur? फेसबुक ने यूजर्स की प्राइवेसी के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट में एक नया टूल शामिल किया है जिसे ही ब्लू डाइनासोर नाम दिया गया है। इस टूल को शामिल करने के पीछे फेसबुक का मकसद है कि यूजर्स को सही तरीके से अपनी पोस्ट और इन्फॉर्मेशन शेयर करने में मदद मिले। यूजर्स की प्राइवेसी बनी रहे, इसके लिए फेसबुक ने ब्लू डायनासोर एक प्राइवेसी चेकअपटूल तैयार किया है। ये ब्लू डायनासोर यूजर को उनकी प्राइवेसी सेटिंग बनाये रखने में मदद करेगा। पोस्ट के दौरान यह टूल आपकी प्राइवेसी सेटिंग को दिखाएगा और आप उसे फिर से सेट कर सकते है। इस टूल का काम यूजर को यह बताना है की उसकी प्राइवेसी सेटिंग्स क्या है। यूजर अपनी जरूरत के अनुसार इसको तुरंत बदल भी सकता है। फेसबुक के पैडी अंडरवुड ने अपनी एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा है की हम जानते हैं की आप फेसबुक पर अपने दोस्तों से जुड़ने आये हैं, न की हमसे। लेकिन नियंत्रण भी महत्वपूर्ण है की आप फेसबुक पर दूसरों से क्या शेयर करते हैं और दूसरे लोग आपके साथ क्या शेयर करते हैं। फेसबुक में लॉगइन होते ही ब्लू डायनासोर प्राइवेसी टूल आपको मिल जा...

सेलफ़ी लेने के शानदार एप्पस

खुद की तस्वीर लेने को ही सेल्फी कहते है। यह आज कल विशेष कर युवाओं मेँ बहुत ही लोकप्रिय है। आज कल प्रायः हर किसी के पास स्मार्टफोन होता है जिसके फ्रंट कैमरा से सेल्फी लिया जाता है। परंतु मात्र स्मार्टफोन के कैमरे से लिया गया सेल्फी उतना आकर्षक नहीं दिखाई पड़ता है। जिसके लिए कई प्रकार के एप्स विकसित किये गये है जिसके सहारे आप अपनी सेल्फी आसानी से ले सकते है और इन्हें आकर्षक भी बना सकते है। ये है सेल्फी को आकर्षक बनाने वाले अप्स Pocketbooth इस एप्प की कीमत 10 रूपये है। यह आईओएस, एंड्रॉयड और विंडोज फोन पर काम करता है। यह आपको उसी अंदाज में सेल्फी लेने की सुविधा देता है, जैसे की पारंपरिक फोटो बूथ पर फोटो लिया गया हो। इस एप्प की मदद से आप चार फोटोज को एक साथ लेकर एक फोटो स्ट्रिप तैयार कर सकते है। आप फोटो में इफेक्ट्स डाल सकते है और बार्डर स्टाइल बादल सकते है। SmartSelfie यह एप्प सिर्फ एंड्रॉयड डिवाइसेज पर काम करता है। यह सेल्फीज के लिए वॉइस गाइडेड एप्प है। इसमें आपको कोई बटन दबाने की जरूरत नहीं है। आपको बस दिशा-निर्देशों के अनुरूप फोन को व्यवस्थित करना है और एप्प अपने-आप फोटो शूट कर...