सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

दूध के साथ आंवला चूर्ण लेने से दूर होता है कब्ज - Benefits of Gooseberry in Hindi

Benefits of Gooseberry in Hindi

आँवला (Gooseberry) एक छोटे आकार और हरे रंग का फल (fruit) है। इसका स्वाद खट्टा (Sour) होता है। आयुर्वेद में इसके अत्यधिक स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। आँवला विटामिन 'सी' (Vitamin C) का सर्वोत्तम और प्राकृतिक स्रोत (Natural Source) है। इसमें विद्यमान विटामिन 'सी' नष्ट नहीं होता। यह भारी, रुखा, शीत, अम्ल रस प्रधान, लवण रस छोड़कर शेष पाँचों रस वाला, विपाक में मधुर, रक्तपित्त (blood gall) व प्रमेह (diabetes) को हरने वाला, अत्यधिक धातुवर्द्धक और रसायन है। यह 'विटामिन सी' का सर्वोत्तम भण्डार है। आँवला दाह, पाण्डु, रक्तपित्त, अरुचि, त्रिदोष, दमा, खाँसी, श्वास रोग, कब्ज, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है। वीर्य (Semen) को पुष्ट करके पौरुष बढ़ाता है, चर्बी घटाकर मोटापा दूर करता है। सिर के केशों को काले, लम्बे व घने रखता है। विटामिन सी ऐसा नाजुक तत्व होता है जो गर्मी के प्रभाव से नष्ट हो जाता है, लेकिन आँवले में विद्यमान विटामिन सी कभी नष्ट नहीं होता।
आँवले के 100 ग्राम रस में 921 मि.ग्रा. और गूदे में 720 मि.ग्रा. विटामिन सी पाया जाता है। आंवले को आयुर्वेद में अत्यंत स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। आज जानते हैं इससे कुछ असरदार घरेलू उपचार।

दूध के साथ आंवला चूर्ण लेने से दूर होता है कब्ज
  • आंवला पाउडर (Anvla powder) और हल्दी पाउडर समान मात्रा में लेकर भोजन के बाद खाने से मधुमेह (Diabetes) में लाभ मिलता है। 
  • हिचकी तथा उल्टी में आंवला रस (Anwla ras), मिश्री के साथ दिन में दो-तीन बार सेवन करने से लाभ होगा। 
  • पीलिया (Jaundice) से परेशान हैं, तो आंवले (Amla) को शहद के साथ चटनी बना कर सुबह-शाम सेवन करें। लाभ होगा। 
  • आंवला (Aamla), रीठा व शिकाकाई के चूर्ण से बाल धोने पर बाल स्वास्थ, लंबे  व चमकदार (Healthy long and shining hair) होते हैं। 
  • स्मरण शक्ति (Memory Power) कमजोर पड़ गयी हो, तो सुबह उठ कर गाय के दूध के साथ दो आंवले का मुरब्बा (Awla ka murabba) खाएं। 
  • एक गिलास ताजा पानी 25 ग्राम सूखे आंवले के बारीक पिसे हुए व 25 ग्राम गुड़ मिला कर 40 दिन तक दिन में 2 बार सेवन करने से गठिया रोग में लाभ मिलता है। 
  • सूखे आंवले का चूर्ण (Aawla ka churn) मुली के रस में मिला कर 40 दिनों तक खाने से पथरी रोग में फायदा होता है। 
  • आंवले के रस में कपूर मिला कर लेप मसूड़ों पर करने से दांत दर्द ठीक हो जाता है और कीड़े भी मर जाते हैं। 
  • रात को सोते समय आंवले का चूर्ण एक गिलास गाय के दूध के साथ सेवन करने से कब्ज (Constipation) दूर होती है। 
  • आंवला रस में घी का छौंक दे कर सेवन करने से ज्वार नष्ट होता है। 
  • आंवले तथा तिल का चूर्ण बराबर भाग में मिला कर घी व मधु के साथ लेने से यौवन बरकरार रहता है। 

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सीसीटीवी कैमरा क्या है और कितने प्रकार की होती है?

सीसीटीवी कैमरा सावधानी एवं सुरक्षा के तौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला एक उपकरण होता है जिसका पूरा नाम होता है क्लोज सर्किट टीवी, जो किसी भी कैमरे से रिकॉर्ड हुई किसी भी चीज को देखने के लिए एक सर्किट के जरिये दर्शक तक पहुँचाया जाता है। सीसीटीवी कैमरे के प्रकार (Types of CCTV) हिडेन कैमरा (Hidden Camera) यह बॉक्स की तरह होता है। इसमें एक छोर पर लेंस के साथ आयताकार यूनिट होता है। इसका इस्तेमाल रिटेल दुकानों में ज्यादा किया जाता है। बॉक्स होने के कारण सुरक्षा कि दृष्टि से इसका इस्तेमाल ज्यादा होता है। आईटी कैमरा (IT Camera) यह डिजिटल कैमरा होता है। इसकी गुणवत्ता अन्य  एनालॉग कैमरा से 20 गुना ज्यादा होता है। इसका इस्तेमाल सभी जगहों पर होता है। बुलेट कैमरा (Bullet Camera) यह कैमरा ट्यूब की तरह होता है। इसमें सिल्वर या एल्युमिनियम शेप के कवर में लेंस होता है। इससे रिकॉर्डिंग यूनिट जुड़ा होता है। छोटा आकर होने के कारण इसे आसानी से बहार के दीवारों में लगाया जा सकता है। इसमें खासियत यह है की यह अँधेरे में भी रिकॉर्डिंग कर सकता है। डोम कैमरा (Dome Camera) इस तरह का कै...

डायरिया क्या है और इससे कैसे बचें What is Diarrhea in hindi

यदि आपको दिन में तीन बार से अधिक पतला शौच हो तो यह डायरिया के लक्षण (Diarrhea ke lakchan)  होते हैं। यह बीमारी मुख्यतः रोटा वायरस के शरीर में प्रवेश से होता है। यह दो प्रकार का होता है - एक्यूट और क्रोनिक डायरिया।  डायरिया के कारक (Dairiya ke karak) :- डायरिया (Dayria) साधारणता दूषित पनि पीने से होता है। कई बार यह निम्नलिखित कारणों से भी होता है। 1. वायरल इन्फेक्शन के कारण 2. पेट में बैक्टीरिया के संक्रामण से 3. शरीर में पानी कि कमी से 4. आस-पास सफाई ठीक से न होने से डायरिया के लक्षण (Diarrhea ke laxan) :- दिन में लगातार तीन से अधिक बार पतला शौच आना डायरिया का मुख्य लक्षण है। यह साधारणता एक हफ्ते में ठीक हो जाता है। यह क्रोनिक डायरिया (Chronic Diarrhea) कहलाता है। समय पर इलाज न होने पर यह खतरनाक हो जाता है। यह ज़्यादातर बच्चों में होता है और इसमें मृत्यु का सबसे बड़ा कारण डिहाइड्रेशन होता है। पेट में तेज दर्द होना, पेट में मरोड़ होना, उल्टी आना, जल्दी जल्दी दस्त होना, बुखार होना, कमजोरी महसूस करना, आँखें धंस जाना इसके प्रमुख लक्षण हैं। डाइरिया का इलाज (D...

एंटीओक्सीडेंट क्या है? What is Antioxidant in hindi

एंटीओक्सीडेंट वे अणु होते है, जो दूसरे अणुओं के ओक्सीडेशन को रोकते है। यह कोई एक पदार्थ नहीं होता है, बल्कि अनेक पदार्थ एंटी-ऑक्सीडेंट कि तरह कार्य करते है। ये विटामिन, मिनरल्स और दूसरे कई पोषक तत्व होते है। बीटा कैरोटिन, ल्यूटिन लाइकोपिन, फ्लैवोनाइड, लीगनान जैसे एंटीओक्सीडेंट हमारे लिए बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण है। इसके अलावा मिनरल सेलेनियम भी एक एंटीओक्सीडेंट कि तरह कार्य करता है। विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन इ भी एंटीओक्सीडेंट के रूप में शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एंटीओक्सीडेंट का हमारे शरीर में क्या उपयोग है? हमारे शरीर में बहुत सारी क्रियाएँ होती रहती है। खाना ग्रहण करने के बाद उसका पाचन और अवशेषन होता है। मेटाबोलिज़्म में यह तय होता है कि इन पदार्थो में से कितना इस्तेमाल होगा और कितना संग्रह किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में कुछ व्यर्थ पदार्थ भी बनता है, जिन्हें शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। एंटीओक्सीडेंट उनके साथ क्रिया करके शरीर को उनसे होने वाले नकारात्मक प्रभाव से बचाते है। एंडीओक्सीडेंट कई पदार्थों में पायी जाती है, लेकिन ताजे फल और हरी सब्जियों ...

कृत्रिम पेसमेकर क्या है? What is Artificial Pacemaker?

कृत्रिम पेसमेकर क्या है? What is Artificial Pacemaker in hindi. कृत्रिम पेसमेकर हृदय को आवश्यक इलेक्ट्रिक पल्स देता है, जिससे नियमित रूप से हृदय की धड़कन चलती रहे। हमारे शरीर में कुछ एसी कोशिकाएँ होती है जो हमारे दृदय की धड़कनों को नियंत्रित करती है। इन्हीं कोशिकाओं को पेसमेकर कहते है। हृदय रोगियों में जब ये कोशिकाएँ ठीक से कम नहीं करती है तो हृदय को उचित धड़कन प्रदान करने के लिए कृत्रिम पेसमेकर का सहारा लिया जाता है। जैसे जैसे हमारा शरीर हरकत करता है, वैसे-वैसे हमारे हृदय की धड़कने भी बढ़ती जाती है ताकि शरीर के सभी हिस्सों को जल्द और समुचित मात्रा में रक्त मिल सके। यदि हृदय की धड़कन आवश्यकतानुसार नहीं बढ़ पाती है, तो ऐसे समय मरीज को कृत्रिम पेसमेकर लगाने की जरूरत होती है। इसके दो मुख्य भाग होते है - बैटरी और तार। बैटरी ऊर्जा प्रदान करती है तो तार उस ऊर्जा को हृदय तक पहुँचने का कम करती है। कुछ पेसमेकर एक तार वाले होते है तो कुछ दो तार वाले होते हैं। इस पेसमेकर का इंप्लांटेशन बहुत ही आसान है। इसके लिए मरीज के कंधे और गरदन के बीच एक मामूली चीरा लगाया जाता है और पेसमेकर को शरीर के अंदर...

मुफ्त में जन्म कुंडली और कुंडली मिलान करें

मुफ्त में जन्म कुंडली और कुंडली मिलान करें भारतीय ज्योतिषशास्त्र में कुंडली का काफी महत्व है। ज्योतिषिक धारणा के अनुसार बच्चे का जन्म होने पर कुंडली बनवाया जाता है और विवाह के मौके पर वर-बधू का कुंडली मिलान कराया जाता है। कुंडली बनवाने के लिए पहले जहां ज्योतिषाचर्या हस्तलिखित पद्धति उपयोग में लाते थे, वहीं अब यह कम कम्प्युटर जनित एप्लिकेशन के साथ किया जा सकता है। जहां ज्यादातर ऑनलाइन सॉफ्टवेयर शुल्क ले कर कुंडली निर्माण की सेवाएं देते हैं। वहीं कुछ ऐसे ऑनलाइन टूल्स भी हैं, जिनकी मदद से आप यह काम मुफ्त में कर सकते हैं। एस्ट्रोसेज ने ऐसा ही एक टूल बनाया है, जिसमें आप सम्पूर्ण कुंडली एक क्लिक पर तैयार कर सकते हैं और उसका प्रिंट भी ले सकते हैं।  ऐसे बनाएं ऑनलाइन कुंडली इसके लिए सबसे पहले आप वेबपेज http://hindikundli.com खोलें। यहाँ आप सबसे पहले यह चुनिए की आपको जन्म कुंडली बनानी है या कुंडली मिलान करना है। इसके बाद नाम, जन्म तारीख जन्म का समय और जन्म स्थल भरें और कुंडली तैयार करने के लिंक पर क्लिक करें। यहाँ आप अपनी जरूरत के अनुसार संक्षिप्त या विस्तृत कुंडली, चालित तालिका एव...