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क्षुद्रग्रह और धूमकेतु क्या है? क्या किसी क्षुद्रग्रह (Asteroid) का भी चंद्रमा है?

क्षुद्रग्रह क्या है?
What is Asteroid in hindi?

क्षुद्रग्रह (Asteroid) जो चट्टानों एवं धातुओं से बना आकृति है जो एक कंकड़ के आकार से लेकर लगभग 600 मील कि चौड़ाई तक का हो सकता है। यद्यपि ये सभी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं, परंतु इनका आकार इतना छोड़ा होता है कि इन्हें हम ग्रह नहीं कह सकते। यह संभवतः हमारे सौर मण्डल के उत्पति के दौरान बचे हुए मलवे से बना है। इनमें से अधिकांश क्षुद्रग्रह (Asteroid) मंगल एवं वृहस्पति के कक्षों के बीच अंतरिक्ष में स्थित है जिसे क्षुद्रग्रह वेल्ट कहा जाता है। खगोलशास्त्रियों ने इस वेल्ट के बाहर भी कई क्षुद्रग्रहों (Asteroid) का पता लगाया है जो पृथ्वी के कक्षा को कटती है। हमारे सौर मण्डल के हजारों क्षुद्रग्रहों का पता लगाया जा चुका है और अभी बहुत सारे क्षुद्रग्रहों का पता लगाना बाकी है। ज्यादातर क्षुद्रग्रह (Asteroid) जिनका अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है वे काफी छोटे है।

धूमकेतु क्या है?
What is Comet in hindi?

धूमकेतु (Comet) जिसे हम पूंछल तारा भी कहते हैं मूलतः धूल भरी बर्फ का गोला है। यह धूल के साथ कार्बन डाइ ऑक्साइड, अमोनिया और मिथेन के मिलने से बनता है। इसमें एक बर्फीला केंद्र होता है जिसके चारों ओर गैस और धूल के बादल होते हैं। जब धूमकेतु (Comet) सूर्य के नजदीक से गुजरती है तो इसके केंद्र में स्थित बर्फ वाष्पीकृत हो जाती है और पुंछ का निर्माण करती है। ये पुंछ दो प्रकार कि होती है। गैस के द्वारा बने पुंछ सीधी होती जबकि धूल से बनी पुंछ मुड़ी हुई होती है। 

एक क्षुद्रग्रह और धूमकेतु मैं क्या अंतर है?
What is the difference between an asteroid and a comet?

क्षुद्रग्रह और धूमकेतु मैं मूल अंतर उनकी संरचना है। वे किस चीज से बने हैं। एक ओर क्षुद्रग्रह (Asteroid) मुख्यतः धातुओं और चट्टानों से बना होता है, जबकि धूमकेतु (Comet) धूल, बर्फ और चट्टानों से बना होता है। ये दोनों हमारे सौर मण्डल के इतिहास मैं लगभग 4.5 अरब साल पहले बने थे। क्षुद्रग्रह सूर्य के करीब बने जिससे बर्फ पिघल गये, दूसरी ओर धूमकेतु सूर्य से काफी दूर बने जिसके कारण उनके बर्फ पिघल नहीं पाये। जब कोई धूमकेतु (Comet) अपनी कक्षा मैं सूर्य के चारों ओर घूमते हुए सूर्य के नजदीक आने लगता है तो उसमें स्थित बर्फ पिघलने लगती है और वाष्पीकृत होकर एक पुंछ का निर्माण करती है, जिसे हम पूछल तारा भी कहते हैं।

क्या किसी क्षुद्रग्रह (Asteroid) में कोई अंतरिक्ष यान (Spacecraft) उतरा है?
Have any spacecraft landed on an asteroid?

हाँ, नासा ने दिनांक 12 फरवरी, 2001 को नियर (NEAR) नमक अंतरिक्ष यान को इरोस (Eros) नमक क्षुद्रग्रह पर उतारा था। नियर ही वह पहला अंतरिक्ष यान था जिसने किसी क्षुद्रग्रह की परिक्रमा की थी तथा उसके सतह को छुआ था। नियर क्षुद्रग्रह ईरोस की परिक्रमा करना 14 फरवरी, 2000 को ही शुरू कर दिया था और परिक्रमा करते हुए उसने इरोस के बहुत सारे  चित्र लिए थे साथ ही साथ उसने उतरने से पहले इरोस के आकार और आकृति की भी गणना कर लिया था। इरोस ही सबसे बड़ा क्षुद्रग्रह है जिसकी कक्षा पृथ्वी की कक्षा को कटती  है।
क्या कोई क्षुद्रग्रह हमारी पृथ्वी के टक्करा सकता है?
Can an asteroid hit earth?

यह संभव है की किसी दिन कोई क्षुद्रग्रह हमारी पृथ्वी से टक्करा सकता है, परंतु इसकी संभावना बहुत ही कम है। सौर मण्डल में स्थित क्षुद्रग्रहों मैं से ज्यादातर मंगल ग्रह और वृहस्पति ग्रह के बीच स्थित है जो हमारी पृथ्वी से काफी दूर है। पृथ्वी के बहुत से खगोलशास्त्री इन क्षुद्रग्रहों का अध्ययन करते रहते है। अगर कोई क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर आगे बढ़ेगा जो समय रहते इसका पता हमारे खगोलशास्त्रीयों को लग जाएगा और इससे बचने के लिए हमारे पास काफी समय होगा।

क्या क्षुद्रग्रहों के भी चंद्रमा हो सकते हैं?
Can asteroids have moon?

कुछ बड़े क्षुद्रग्रहों के चंद्रमा हो सकते हैं। सन 1993 में इदा (Ida) नमक क्षुद्रग्रह की खोज की थी जिसका एक छोटा सा चंद्रमा है जिसका नाम डाक्टयल (Dactyl) है। इदा नमक क्षुद्रग्रह की चौड़ाई लगभग 19 मील है जबकि इसके चंद्रमा डाक्टयल मात्र एक मील चौड़ा है। इसके बाद और कई सारे चंद्रमा की खोज की गई जो विभिन्न क्षुद्रग्रहों की परिक्रमा करते हैं। सन 1999 मैं एक 8 मील चौड़ी चंद्रमा की खोज की गई जो 135 मील चौड़ी यूगेनीय (Eugenia)की परिक्रमा करती है। अब तक लगभग दो दर्जन क्षुद्रग्रहों की खोज कि जा चुकी है जिनके अपने चंद्रमा है। 

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